Facts About Shodashi Revealed

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Oh Lord, the learn of universe. You would be the Everlasting. You would be the lord of all the animals and all the realms, you happen to be the base from the universe and worshipped by all, with out you I am nobody.

ह्रीं श्रीं क्लीं परापरे त्रिपुरे सर्वमीप्सितं साधय स्वाहा॥

Shodashi is noted for guiding devotees towards greater consciousness. Chanting her mantra encourages spiritual awakening, encouraging self-realization and alignment Using the divine. This reward deepens inner peace and wisdom, making devotees much more attuned to their spiritual ambitions.

सर्वानन्द-मयेन मध्य-विलसच्छ्री-विनदुनाऽलङ्कृतम् ।

॥ इति श्रीमत्त्रिपुरसुन्दरीवेदसारस्तवः सम्पूर्णः ॥

ऐसा अधिकतर पाया गया है, ज्ञान और लक्ष्मी का मेल नहीं होता है। व्यक्ति ज्ञान प्राप्त कर लेता है, तो वह लक्ष्मी की पूर्ण कृपा प्राप्त नहीं कर सकता है और जहां लक्ष्मी का विशेष आवागमन रहता है, वहां व्यक्ति पूर्ण ज्ञान से वंचित रहता है। लेकिन त्रिपुर सुन्दरी की साधना जोकि श्री विद्या की भी साधना कही जाती है, इसके बारे में लिखा गया है कि जो व्यक्ति पूर्ण एकाग्रचित्त होकर यह साधना सम्पन्न कर लेता है उसे शारीरिक रोग, मानसिक रोग और कहीं पर भी भय नहीं प्राप्त होता है। वह दरिद्रता के अथवा मृत्यु के वश में नहीं जाता है। वह व्यक्ति जीवन में पूर्ण रूप से धन, यश, आयु, भोग और मोक्ष को प्राप्त करता है।

वन्दे सर्वेश्वरीं देवीं महाश्रीसिद्धमातृकाम् ॥४॥

ह्रीं‍श्रीर्मैं‍मन्त्ररूपा हरिहरविनुताऽगस्त्यपत्नीप्रदिष्टा

Her legacy, encapsulated in the colourful traditions and sacred texts, proceeds to information and inspire those on the path of devotion and self-realization.

The Tripurasundari temple in Tripura point out, locally generally known as Matabari temple, was very first Established by Maharaja Dhanya Manikya in 1501, even though it was likely a spiritual pilgrimage web site For lots of hundreds of years prior. This peetham of electric power was initially meant to be described as a temple for Lord Vishnu, but because of a revelation which the maharaja had within a desire, He commissioned and mounted Mata Tripurasundari within just its chamber.

कर्त्री लोकस्य लीलाविलसितविधिना कारयित्री क्रियाणां

यस्याः शक्तिप्ररोहादविरलममृतं विन्दते योगिवृन्दं

‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य more info हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?

Her narratives are not simply tales but carry a further philosophical meaning, reflecting the Everlasting battle involving good and evil, plus the triumph of righteousness. The significance of Tripura Sundari extends outside of the mythological tales, influencing numerous components of cultural and spiritual daily life.

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